Sunday, 6 August 2017

सूखी आँखें 

04-02-2017
20:04

कुछेक वर्ष पहले जब उसकी आँखें कड़ी कड़ी सी रहने लगी थी तो विद्यालय में सबों की आँखों के चेकअप के साथ उसने भी अपनी आँखों का चेकअप करवाया। नेत्र चिकित्सक ने पर्चा लिखा कि आँखें सूख गई हैं और लुब्रिकेटिंग आई ड्राप दो-दो बूंद सुबह शाम डालने को कहा। उसे चिकित्सक की सलाह समझ नहीं आई "उसकी आँखें तो अक्सर गीली रहा करती हैं तो सूखने कैसे लगी? सूखी आंखें होती भला तो आँसू कैसे बहते? और तो और, दो बूंदें भला सूखी आँखों को गीला रखने में कैसे कामयाब होंगी जो आँसूओं के सैलाब न कर सकें?" उसे नेत्र चिकित्सक की योग्यता पर शंका हुई। उधर लुब्रिकेटिंग आई ड्राप कमरे के ताखे पे और इधर उसकी आँखें, दोनों ही सूखते रहें। अलबत्ता एक बात का उसे संतोष अवश्य है कि उसकी आँखें भले ही कड़ी सी हो गई हैं पर नजरों में स्निग्धता है।

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